Monday 10 December 2018

रोते हुए गले मिले और विदा हुए हिंदुस्तान टाइम्स पटना के मीडियाकर्मी

रविवार यूं तो छुट्टी का दिन रहता है और लोग खुश दिखते हैं लेकिन पटना के हिंदुस्तान टाइम्स के मीडियाकर्मियों के लिए रविवार का दिन दुखभरा था। 20 साल तक एक साथ काम करने और मिलजुल कर रहने वाले पटना के हिंदुस्तान टाइम्स के मीडियाकर्मी मिले तो गम में डूबे थे। उप संपादक और उससे ऊपर के पद के उन लोगों का जिनका ट्रांसफर कर यहां से एडिशन बंद करने की घोषणा कर दी गई थी उनका रविवार को कार्यालय में अंतिम दिन था।

जिन लोगों को नई जगह पर 18 दिसंबर तक ज्वाइन करना है उन्हें सोमवार से ऑफिस आने से मना कर दिया गया है। इस दौरान भड़ास 4 मीडिया में आई एडिशन बंद करने की जानकारी किसने लीक की इसपर प्रबंधन के फोन भी आए। अब सोमवार को पटना कार्यालय में सिर्फ संपादक और रिपोर्टर तथा वेजबोर्ड में आने वाले कुछ लोग बचे हैं। एक ई मेल बना दिया गया है जिसपर रिपोर्टरों को बोला गया है कि आप इस ईमेल पर रिपोर्ट भेजिए। इस ईमेल की रिपोर्ट एडिटर दिल्ली भेजेंगे जहां से कल से पेज बनकर आएगा। सभी रिपोर्टरों को बोल दिया गया है कि मंगलवार से तीन बजे दोपहर तक अपनी रिपोर्ट मेल कर दें, ताकि उसे दिल्ली भेजा जा सके।

आपको बता दें कि हिंदुस्तान टाइम्स पटना में कार्यरत रिपोर्टरों और कुछ वेज में आने वाले कर्मचारियों पर अभी निर्णय नहीं लिया गया है। इनपर भी जल्द गाज गिरने का संकेत मिला है। दिल्ली से बनकर आने वाला पेज पटना में प्रिंट कर बिहार में वितरित किया जाएगा। फिलहाल हिंदुस्तान टाइम्स का पटना एडिशन बंद होने से देश भर के मीडियाकर्मियों में हिंदुस्तान टाइम्स प्रबंधन के खिलाफ गुस्से का माहौल है।

शशिकान्त सिंह
पत्रकार और मजीठिया क्रांतिकारी
9322411335

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