Sunday 9 July 2017

कुछ तो सीख ले मीडिया कंपनियां आनंद महिन्द्रा से

आनंद महिन्द्रा भद्र पुरुष हैं। वे जब बोलते हैं तो उसे सुना जाता है। रंगकर्मी भी रहे हैं। खरबों रुपये कमाने के बाद भी वे इंसान बने हुए हैं। उनके महिंद्रा समूह की कंपनी टेक महिन्द्रा में एचआऱ डिपार्टमेंट का एक अफसर अपने एक पेशेवर को बुलाकर उससे इस्तीफा मांगता है। दोनों के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद आनंद महिन्द्रा व्यक्तिगत रूप से सार्वजनिक तौर पर क्षमा मांगते हैं। इस ऑडियो में एच आर का बंदा अपने कर्मचारी से अगली सुबह तक इस्तीफा देने के लिए कह रहा है क्योंकि यह कंपनी के प्रबंधन का निर्णय है। क्या आनंद महिन्द्रा जैसा उदाहरण मीडिया समूह का कोई मालिक पेश करेगा... संपादक से उम्मीद करना तो बेमानी होगा क्योंकि वो तो इस सारे खेल का हिस्सा होता है। हम मीडिया वालों का इस तरह के एचआर के लोगों से पाला पड़ता रहा है। बेशक, इस घटना पर आनंद महिन्द्रा का रिएक्ट करना उनकी पर्सनेल्टी को भी दिखाता है।  उनसे कम से दो बार मुझे भी मुलाकात करने का मौका मिला। एक बार हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में और दूसरी बार सीआईआई के वार्षिक सम्मेलन में। मेरी उनसे बातचीत उनके पिता हरीश महिन्द्रा और महिन्द्र एंड मोहम्मद ग्रुप के महिन्द्र एंड महिन्द्रा बनने पर हुई थी। यादगार थी वो मुलाकात।

(वरिष्ठ पत्रकार विवेक शुक्ल की f b वॉल से साभार।)

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