Tuesday 2 October 2018

पीटीआई में छंटनी की भारतीय पत्रकार संघ ने की कड़ी निंदा

हैदराबाद। भारतीय पत्रकार संघ (आईजेयू) और श्रमजीवी पत्रकारों के अधिकतर संगठनों ने समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) प्रबंधन द्वारा शनिवार को देशभर में की गई 297 कर्मचारियों की मनमानी और अवैध छंटनी की कड़ी निंदा की है।

आईजेयू के अध्यक्ष एसएन सिन्हा और महासचिव डी अमर ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि देश की प्रमुख समाचार एजेंसी में स्थायी कर्मचारियों की इतने बड़े पैमाने पर छंटनी न केवल चौंकाने वाली घटना है अपितु अत्यन्त गंभीर और अस्वीकार्य है। छंटनी से भी अधिक तकलीफदेह प्रबंधन का छंटनी का तरीका रहा। प्रबंधन ने इस आदेश को तुरंत प्रभाव से मानने का नोटिस दिया और छंटनी पत्र कर्मचारियों की डेस्क पर लगा दिया। इसके अलावा इस आदेश को वेबसाइट पर भी डाल दिया गया। प्रबंधन का छंटनी के लिए अपनाया गया तरीका अनैतिक है और ऐसा पहले कभी देखा-सुना नहीं गया।

आईजेयू नेतृत्व को इस बात की भी चिंता है कि प्रबंधन ने विशेष रूप से वेतन बोर्ड के अधीन कार्यरत नियमित कर्मचारियों की छंटनी की। इससे न केवल मीडिया के कर्मचारी संघ का आंदोलन को कमजोर किया जाएगा बल्कि इसके बदले ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों को भर्ती किया जाएगा ताकि प्रबंधन मनमर्जी से नियु्क्ति करने और पदच्युत करने की नीति को बेरोकटोक लागू कर सके। इससे कानून में निहित नौकरी सुरक्षा को नुकसान पहुंचेगा।

आईजेयू ने एजेंसी प्रंबधन के इस निर्णय के संबंध में कहा कि कर्मचारियों की यह छंटनी समाचार पत्र ‘द हिन्दू’ के पूर्व संपादक एन. रवि के पीटीआई निदेशक मंडल का अध्यक्ष का पदभार संभालने के तुरंत बाद (उसी दिन) की गई। प्रबंधन द्वारा अपने इस अवैध आदेश और एकपक्षीय तथा स्वेच्छाचारी कार्रवार्ई के पीछे कोई कारण न देना भी चिंता का विषय है।

[साभार: वार्ता]  

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