Monday 8 May 2017

मजीठिया फैसले के आसपास, सांसदों से सवाल

साथियों,

हम सबकी हिम्मत और कोशिश से मजीठिया का मामला एक मुकाम तक पहुंचने वाला है। पिछले दिनों संसद में भी इसकी आवाज उठी। देर से ही सही लेकिन हमारे सांसदों की नींद खुली। लेकिन असली काम फैसला आने के बाद का है।

इन सांसदों से कुछ सवाल हैं-

1 श्री शरद यादव: बड़े तेज-तर्रार और वरिष्ठ सांसद हैं। आपने अर्णब गोस्वामी को अन्ना आंदोलन के समय पानी पिला दिया था। महोदय क्या आप बता पाएंगे कि बिहार में आपकी सरकार है तो वहां समाचार पत्रों के कर्मचारियों के लिए मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिश कब लागू होगी। अब तक वहां क्यों नहीं लागू की गई। आपकी सरकार इतने दिनों से क्या कर रही है। अगर मान भी लिया जाए कि मामला सुप्रीम कोर्ट में था तो फैसला आने के बाद आप और आपकी सरकार का क्या कदम होगा।

आप बड़े नेता हैं। आपको तो पता ही होगा कि आपकी ही पार्टी के एक सांसद राज्यसभा में हैं। नाम है श्री हरिवंश। श्री हरिवंश या श्री वंश ने इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ही राज्य सभा टीवी पर बिग पिक्चर कार्यक्रम में स्वर्गीय गिरीश निगम के पूछने पर साफ कहा था कि प्रभात खबर ने इस मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिशों को लागू नहीं किया है। वहीं प्रभात खबर का प्रबंधन बिहार और झारखंड में सुप्रीम कोर्ट गए साथियों को धमकाता रहा। उनका तबादला करता रहा और अब मामले की अंतिम सुनवाई के दिन समझौते का फर्रा सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दिया।

माननीय महोदय, संसद में आवाज उठाने के साथ अखबार कर्मचारियों को हक दिलाने के लिए आप पहल करें। अपनी बिहार की सरकार से और फिर जहां जरूरत पड़े वहां। आप सर्वश्रेष्ठ सांसद रह चुके हैं। आपकी बात लोग मानेंगे।

[मजीठिया मंच से साभार]


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