Tuesday 21 July 2015

हमें क्यों चाहिए मजीठिया भाग-7B: ग्रेड पर प्रबंधन फैला रहा भ्रम, न आएं झांसे में



साथियों,

सुप्रीम कोर्ट में गए कर्मचारियों की एकता से घबराए हुआ प्रबंधन अब उनकी एकता और मनोबल को तोड़ने के लिए समाचार-पत्र/पत्रिका‍ओं के ग्रेड को लेकर भ्रम फैला रहा है। प्रबंधन कर्मियों को अलग-अलग से बुलाकर समझा रहा है कि हमारे समाचार-पत्र/पत्रिका की यूनिट मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिशों के अनुसार ग्रेड-4 या ग्रेड-5 में आ रही है। इसके अनुसार तो आपका वेतन इतना बनता है जबकि हम आपको आज की डेट में इससे ज्‍यादा वेतन दे रहे हैं।

साथियों, दैनिक जागरण का प्रबंधन कानपुर में अपने आपको चौथे, जालंधर व लुधियाना में पांचवें और धर्मशाला में खुद को सातवें ग्रेड का बता रहा है। यहां तक कि नोएडा यूनिट में वह कर्मियों को अपना ग्रेड चौथा बताता है।

दैनिक जागरण का प्रबंधन यहां तक ही बाज नहीं आया उसने नोएडा यूनिट में 16 जुलाई को हड़ताल करने की चेतावनी दे चुके कर्मियों के प्रतिनिधियों से कहा था कि उनका संस्‍थान तीसरे ग्रेड में आता है। इससे आप खुद समझ सकते हैं कि एक ही यूनिट अलग-अलग ग्रेड में कैसे आ सकती है।

साथियों, दैनिक जागरण ही नहीं ऐसा भ्रम भास्‍कर, राजस्‍थान पत्रिका, अमर उजाला आदि का प्रबंधन भी फैला रहा है। वे तर्क दे रहे हैं कि उनकी इस यूनिट का सालाना टर्न ओवर इतना है इसीलिए यहां इस ग्रेड का वेतनमान लागू होगा।

साथियों, दैनिक जागरण या अन्‍य किसी समाचारपत्र या मैग्‍जीन के प्रबंधन के इस कुटिल छलावे में आप लोग न आए। जागरण हो या भास्‍कर या राजस्‍थान पत्रिका या अमर उजाला जम्‍मू-कश्‍मीर से लेकर कन्‍याकुमारी तक इनकी पूरे देश में फैली सभी यूनिटों का एक ही ग्रेड होगा, जो कि इनके पूरे ग्रुप के टर्न ओवर पर निर्भर करता है।

उदाहरण के तौर पर दैनिक भास्‍कर और जागरण समूह का सालाना टर्न ओवर एक हजार करोड़ रुपये से अधिक है। ऐसे में इन दोनों समूहों के अंतर्गत् आने वाले सभी समाचार-पत्र (किसी भी भाषा में हो या किसी अन्‍य नाम से), बेवसाइट और पत्रिकाओं में एक ही ग्रेड का वेतनमान लागू होगा।

साथियों, यदि आप से आपका प्रबंधन ग्रेड को लेकर गलत बयानबाजी करता है तो आप उसी समय कंपनी का ग्रेड लिखित में संस्‍थान की मोहर, सक्षम अधिकारी की हस्‍ताक्षरयुक्‍त और दिनांक लगी कापी मांगे। फि‍र देखि‍ए प्रबंधन कैसे बगलें झांकता है और उसको न देने के लिए कैसी-कैसी बहानेबाजी करता है। क्‍योंकि वह जानता है कि ऐसा गलती से भी लिखकर दे देने से सुप्रीम कोर्ट तो सुप्रीम कोर्ट इनकम  टैक्‍स विभाग की नजरें भी कंपनी पर ढेढ़ी हो जाएंगी। और जो कंपनियां शेयर बाजार से जुड़ी हुई है उनपर तो सेबी की भी तिरछी नजरें इनायत हो जाएंगी।

नीचे दिए कुछ आंकड़ों से आप खुद जान जाएंगे की आपकी कंपनी कौन से ग्रेड में हैं। यह आंकड़े इन कंपनियों ने अपनी सालाना वित्‍तीय रिपोर्ट में दिए हैं। जोकि इनकी बेवसाइट पर उपलब्‍ध हैं।

दैनिक भास्‍कर ग्रुप
2010-11
1,278 करोड़ रुपये 
2011-12
1,469 करोड़ रुपये 
2012-13
1,604 करोड़ रुपये 
2013-14
1,880 करोड़ रुपये 

जागरण प्रकाशन लिमिटेड
2010-11
1,138 करोड़ रुपये 
2011-12
1,290 करोड़ रुपये 
2012-13
1,411 करोड़ रुपये 
2013-14
1,589 करोड़ रुपये 

(उपरोक्‍त आंकड़े दोनों कंपनियों की बेवसाइट से लिए गए हैं, जो इनकी सालाना वित्‍तीय रिपोर्ट में प्रकाशित किए गए हैं। ग्रुप में शामिल इन कंपनियों के साथी अपना वेतनमान देखने के लिए हमें क्यों चाहिए मजीठिया भाग-4, 5 6 देखें। भाग 4, 5 6 क्रमश: X, Y Z श्रेणी के शहरों में कार्यरत साथियों के लिए हैं।)

दैनिक भास्‍कर ग्रुप की सालाना वित्‍तीय रिपोर्ट डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें या निम्‍न Path का प्रयोग करें- http://investor.bhaskarnet.com/pages/financials.php?id=2

दैनिक जागरण समूह की सालाना वित्‍तीय रिपोर्ट डाउनलोड करने के लिए यहां  क्लिक करें या निम्‍न Path का प्रयोग करें- http://jplcorp.in/new/FinancialReports.aspx 

साथियों, दैनिक भास्‍कर, दैनिक जागरण जैसी जो कंपनियां शेयर बाजार से जुड़ी हुई हैं उनका पूरा वित्‍तीय रिकार्ड सेबी (SEBI), बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर भी उपलब्‍ध रहता है। इसके अलावा जो कंपनियां शेयर बाजार से जुड़ी हुई नहीं है उनकी सालाना वित्‍तीय रिपोर्ट आप आरटीआइ (RTI) के माध्‍यम से एमसीए (Ministry Of Corporate Affairs website  http://www.mca.gov.in/) और इनकम टैक्‍स विभाग से भी मांग सकते हैं।



नोट- जिला श्रम कार्यालय में देने के लिए प्रपत्र-सी (Form C) भरते समय आप एरियर राशि पर 24 फीसदी ब्‍याज, अदालती खर्च और मानसिक प्रताड़ना के लिए हर्जाने का दावा भी पेश कर सकते हैं।


कंपनियों के ग्रेड को लेकर आपको कोई भी जानकारी चाहिए तो आप इनसे संपर्क कर सकते हैं।

M S Yadav ji (PTI) - 09810263560
msyadav@pti.in

Advocate Parmanand Pandey ji  - 09868553507
Off: 011-23418871 (3.00 PM to 7.00 PM/Sunday Close)
parmanand.pandey@gmail.com
parmanandpandey@yahoo.com
ifwj.media@gmail.com

RP Yadav ji (ifwj) - 09810623949
rpyadav56@gmail.com

Vinod Kohli ji  – 09815551892
President, Chandigarh-Punjab Union of Journalists (CPUJ)
Indian Journalists Union
kohlichd@gmail.com

Ashok Arora ji (Chandigarh) – 09417006028, 09914342345
Indian Journalists Union
arora_1957@yahoo.co.in

Advocate Colin Gonsalves
Umesh Sharma ji (Bhadas4media Advocate)

साथियों, मजीठिया की इस लड़ाई में जितना ज्‍यादा हमारा संख्‍या बल बढ़ेगा, सु्प्रीम कोर्ट में हम सब (कर्मचारियों) की जीत के बाद उतनी ही जल्‍दी समाचार पत्रों और मैग्‍जीनों में मजीठिया की सिफारिशों को सही ढंग से लागू करवाने के लिए राज्‍यों सरकारों पर नैतिक दबाव बढ़ेगा। इसलिए, इस महत्‍वपूर्ण जानकारी को ज्‍यादा से ज्‍यादा साथियों तक पहुंचाने के लिए इसको फेसबुक पर शेयर करें या अन्‍य सोशल मीडिया के माध्‍यमों का प्रयोग करें।

मजीठिया के अनुसार वेतन क्या होना चाहिएउसकी गणना कैसे होगी... इसकी विस्तृत जानकारी आपको लगातार PatrakarKiAwaaz के फेसबुक (Patrakar Awaaz), ट्विटर (@PatrakarKiAwaaz) और ब्लाग (http://patrakarkiawaaz.blogspot.in/) के अलावा भड़ास4मीडियाजनसत्तासमाचार4मीडिया आदि द्वारा भी मिलती रहेगी।

यदि हमसे कहीं तथ्यों में गलती रह गई हो तो सूचित अवश्य करें।(patrakarkiawaaz@gmail.com)

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