जागरण प्रकाशन लिमिटेड की ओर से सीनियर काउंसिल श्री अनिल दीवान ने उपस्थित होकर मामले के प्रतिभागी द्वारा तैयार की गईं कानूनी प्रस्तुतियों पर विचार किए जाने को लेकर प्रारंभिक आपत्ति दर्ज करवाई गई कि यह नए सवाल उठाती हैं जो इस न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के दायरे से बाहर जा रही हैं, इस संबंध में अवज्ञा का आरोप लगाया गया। श्री दीवान ने आगे कहा कि अवमानना के अधिकार क्षेत्र की कसरत में इस तरह के सवालों पर निर्णय नहीं लिया जा सकता है।
दूसरी ओर,
दूसरे समाचारपत्र
प्रतिष्ठानों की ओर से उपस्थित हुए सीनियर वकील श्री गोपाल सुब्रमण्यम,
श्री सलमान
खुर्शीद, श्री
विजय हंसारिया ने अपना पक्ष रखते हुए सीनियर काउंसिल श्री कोलिन गोन्साल्वेस
द्वारा मामले में तैयार कानूनी प्रस्तुतियों पर पक्ष रखने के लिए अतिरिक्त समय की
आवश्यकता बताई और इस मामले में निर्देश मांगे। काबिल वकीलों ने चार सप्ताह का समय
देने की प्रार्थना की। उक्त परिस्थितियों में हम इन मामलों की सुनवाई को 10 जनवरी, 2017 तक स्थगित करते हैं। तय तिथि पर सीनियर
काउंसिल श्री अनिल दीवान द्वारा उठाई गई प्रारंभिक आपत्ति पर भी विचार किया जाएगा।
अतिरिक्त शपथपत्र/ दस्तावेज, यदि कोई हो, इस बीच में दायर किए जा सकते हैं।
[अनुवाद: रविंद्र अग्रवाल]
लोकमत
प्रबंधन को मात देने वाले महेश साकुरे के पक्ष में आए विभिन्न अदालतों के आदेशों
को करें डाउनलोड http://patrakarkiawaaz.blogspot.in/2016/07/blog-post.html
#MajithiaWageBoardsSalary,
MajithiaWageBoardsSalary, Majithia Wage Boards Salary
No comments:
Post a Comment