प्रधानमंत्री व केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त करा रहे हैं पूरे मामले की जांच
मजीठिया क्रांतिकारी निर्मल कान्त शुक्ला ने की साक्ष्यों सहित पीएम, श्रम मंत्री, केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त से शिकायत
जांच अधिकारी के नोटिस पर हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड ने दस्तावेज व रिकार्ड देने को मांगा समय
बरेली। हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड अपने किसी भी कर्मचारी को महंगाई भत्ता (डीए) नहीं देता है। डीए ना देकर कंपनी ना सिर्फ हर साल पीएफ की चोरी कर रही है बल्कि घोटाला करके करोड़ों के बारे-न्यारे कर रही है। कंपनी के हजारों कर्मचारियों के वेतनमान में हेराफेरी करके पीएफ और डीए हड़पने के मामले की मजीठिया क्रांतिकारी व हिन्दुस्तान बरेली के वरिष्ठ उप संपादक व उत्तरप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के बरेली मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष निर्मल कान्त शुक्ला ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय श्रम मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवार व केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त सुनील बडथ्वाल से साक्ष्य सहित शिकायत की, जिस पर केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त ने उच्चस्तरीय जांच बैठा दी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी जांच के आदेश दिए हैं। हिन्दुस्तान की सभी यूनिटों में केंद्र सरकार की आंखों में धूल झोंककर वेतनमान में हेराफेरी करके पीएफ और डीए घोटाला किया जा रहा है।
दरअसल प्राविडेंट फंड की गणना का जो फार्मूला है, उसके मुताबिक बेसिक सेलरी व महंगाई भत्ता जोड़कर उसका 12 प्रतिशत कर्मचारी से काटा जाएगा और उतनी ही धनराशि अपने अंशदान के रूप में कंपनी प्रत्येक माह की दस तारीख तक कर्मचारी के भविष्य निधि खाते में जमा करेगी। किसी भी कम्पनी को अपने कर्मचारी को महंगाई भत्ता देना अनिवार्य है। बावजूद इसके हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड तो अपनी किसी भी यूनिट में किसी भी कर्मचारी को महंगाई भत्ता ना देकर धड़ल्ले से पीएफ घोटाला कर रही है। माह नवंबर में हिन्दुस्तान के वरिष्ठ उप संपादक निर्मल कान्त शुक्ला ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय श्रम मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवार व केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त सुनील बडथ्वाल को रजिस्टर्ड शिकायत भेजी थी कि वह हिन्दुस्तान दैनिक समाचार पत्र प्रकाशित करने वाली कंपनी हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड की बरेली यूनिट में 08 अक्टूबर 2009 से कार्यरत हैं। इस दौरान उनको बेसिक सेलरी के रूप में रुपये 5,250 मासिक का भुगतान किया गया। इसी दौरान रुपये 5,401 मासिक स्पेशल एलाउंस के रूप में भुगतान किए गए। बेसिक सेलरी घटाकर स्पेशल एलाउंस के रूप में प्रति माह रुपये 5,401 का भुगतान करके प्रबंधन ने सेलरी को मैनेज करने की कोशिश की, ताकि उन्हें भविष्य निधि अंशदान अधिक न देना पड़े। प्रबंधन स्पेशल एलाउंस देकर उनको लंबे समय तक भ्रम में रखकर भविष्य निधि में हेरफेर करता रहा। दौरान किसी भी तरह का डीए का भुगतान नहीं किया गया। डीए न देने से उनको भविष्य निधि के साथ बड़ा नुकसान हुआ है। इसके अलावा वर्ष 2016 में प्रबंधन स्पेशल एलाउंस की जगह पर्सनल राशि के रूप में रुपये 8,642 का मासिक भुगतान कंपनी करने लगी जबकि पर्सनल राशि की कोई वजह ही नहीं बनती थी। इस दौरान बेसिक राशि के रूप में रुपये 6,686 मासिक भुगतान किया जबकि डीए के रूप में कोई भुगतान नहीं किया गया।
शिकायत में कहा गया कि हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड ने डीए न देकर उनका बड़ा नुकसान किया है और भविष्य निधि अंशदान में भी गलत तरीके से कटौती की है। लिहाज प्रकरण में जांच कर हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड पर दण्डात्मक कार्रवाई जाए और कर्मचारी हित में भुगतान कराया जाए।
मजीठिया क्रांतिकारी की शिकायत पर केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त सुनील बडथ्वाल ने हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड द्वारा वेतनमान में हेराफेरी करके पीएफ और डीए हड़पने के मामले में जांच बैठा दी है। सहायक भविष्य निधि आयुक्त (अनुपालन-1) ने जांच के लिए प्रवर्तन अधिकारी नियुक्त कर दिया है। जांच अधिकारी ने हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड को नोटिस जारी कर जवाब मांगा तो कम्पनी ने दस्तावेज व रिकार्ड उपलब्ध कराने के लिए जांच अधिकारी से समय मांगा है।
Nirmal ji ka mobile no mil sakata hai.
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