गुजरात के अहमदाबाद से एक बड़ी खबर आ रही है। यहां दैनिक भास्कर की प्रबंधन कंपनी डी बी कार्प के गुजराती अखबार दिव्य भास्कर के 106 कर्मचारियों के समर्थन में लेबर विभाग ने रिकवरी सर्टिफिकेट जारी किया है। ये कर्मचारी अहमदाबाद के अलावा उत्तर गुजरात के भी हैं। इन कर्मचारियों ने डीबी कार्प के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी।
गुजराती अखबार दिव्य भास्कर के जयेश लीला भाई प्रजापति और चंद्रकांत आशीष कुमार कड़िया के मुताबिक उन्होंने कंपनी से जैसे ही मजीठिया वेजबोर्ड की मांग की डीबी कार्प ने उनके समेत कुल 106 कर्मचारियों को धीरे-धीरे करके टर्मिनेट कर दिया। इन सभी साथियों ने हिम्मत नहीं हारी और लेबर विभाग, हाईकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट तक अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ते रहे और सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर वे वापस लेबर विभाग आए जहां लेबर विभाग ने इन सभी कर्मचारियों के पक्ष को गंभीरता से लिया और सभी 106 कर्मियों का रिकवरी सर्टिफिकेट जारी कर दिया।
इन कर्मचारियों की तरफ से हाईकोर्ट में उनका पक्ष रखा एडवोकेट अमरीश पटेल ने जबकि सुप्रीमकोर्ट में उनका पक्ष रखा सीनियर एडवोकेट कोलिन गोंसाल्विस ने। इन कर्मचारियों में उत्तर गुजरात के 32 लोगों ने भी क्लेम लगाया था। इन सभी कर्मचारियों ने अपने एडवोकेट के जरिए हाईकोर्ट में कैविएट भी लगा दिया है जिससे कंपनी प्रबंधन को स्टे आसानी से नहीं मिल सके।
इतनी भारी संख्या में रिकवरी सर्टिफिकेट जारी होने से डी बी कार्प प्रबंधन में हड़कंप का माहौल है। इन्होंने दस से तीस लाख रुपये प्रति कर्मचारी का क्लेम लगाया है।
शशिकांत सिंह
पत्रकार और आरटीआई एक्सपर्ट
९३२२४११३३५
#MajithiaWageBoardsSalary, MajithiaWageBoardsSalary, Majithia Wage Boards Salary
गुजराती अखबार दिव्य भास्कर के जयेश लीला भाई प्रजापति और चंद्रकांत आशीष कुमार कड़िया के मुताबिक उन्होंने कंपनी से जैसे ही मजीठिया वेजबोर्ड की मांग की डीबी कार्प ने उनके समेत कुल 106 कर्मचारियों को धीरे-धीरे करके टर्मिनेट कर दिया। इन सभी साथियों ने हिम्मत नहीं हारी और लेबर विभाग, हाईकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट तक अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ते रहे और सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर वे वापस लेबर विभाग आए जहां लेबर विभाग ने इन सभी कर्मचारियों के पक्ष को गंभीरता से लिया और सभी 106 कर्मियों का रिकवरी सर्टिफिकेट जारी कर दिया।
इन कर्मचारियों की तरफ से हाईकोर्ट में उनका पक्ष रखा एडवोकेट अमरीश पटेल ने जबकि सुप्रीमकोर्ट में उनका पक्ष रखा सीनियर एडवोकेट कोलिन गोंसाल्विस ने। इन कर्मचारियों में उत्तर गुजरात के 32 लोगों ने भी क्लेम लगाया था। इन सभी कर्मचारियों ने अपने एडवोकेट के जरिए हाईकोर्ट में कैविएट भी लगा दिया है जिससे कंपनी प्रबंधन को स्टे आसानी से नहीं मिल सके।
इतनी भारी संख्या में रिकवरी सर्टिफिकेट जारी होने से डी बी कार्प प्रबंधन में हड़कंप का माहौल है। इन्होंने दस से तीस लाख रुपये प्रति कर्मचारी का क्लेम लगाया है।
शशिकांत सिंह
पत्रकार और आरटीआई एक्सपर्ट
९३२२४११३३५
#MajithiaWageBoardsSalary, MajithiaWageBoardsSalary, Majithia Wage Boards Salary
No comments:
Post a Comment