डीएलसी ने चेतावनी के साथ अंतिम बार 3 अगस्त को समय दिया।
पटना। एचटी ग्रुप मे मजीठिया वेज बोर्ड लागू नही करने के सवाल पर चल रही सुनवाई की चौथी तारीख पर भी मैनेजमेंट ने कोई कंपलायन्स उपलब्ध नही कराया। आज एचटी मैनेजमेंट ने मामले को अटकाने के लिए अपने एडवोकेट के जरिए नया और घिनौना खेल खेला। मैनेजमेंट के एडवोकेट आलोक सिन्हा सुनवाई के दो घंटा पहले डीएलसी कार्यालय मे एक पिटिशन दाखिल कराया जिसमे यह आरोप लगाया गया कि शिकायतकर्ता दिनेश कुमार सिंह ने 12 जुलाई को सुनवाई के दौरान उनको धमकाया । डीएलसी ने सुनवाई मे मौजूद एचटी के एचआर हेड से पूछा की आप उस दिन भी एडवोकेट के साथ आए थे ऐसी कोई बात तो यहां हुई नही । सुनवाई के प्रोसिडिंग पर एडवोकेट ने हस्ताक्षर किए और अगली तारीख और समय तय करने मे उनकी उपलब्धता का ख्याल रखा गया फिर यह गलत आरोप कैसे लगा सकते हैं। एचआर हेड ने कहा कि एडवोकेट से नीचे कुछ कहा सुनी हुई । जब एचआर हेड को यह मालूम हुआ कि जिस लिफ्ट मे मै दिनेश कुमार सिंह सुनवाई के बाद नीचे लिफ्ट मे उतर रहे थे वह नीचे तल्ले मे लगभग 40 मिनट तक फंसी रह गई थी। सिक्यूरिटीज ने काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाल पाया था जहां कमोवेश सारे आला अधिकारी मौजूद थे।
झूठी और गढ़ी हुई कथानक के आधार पर गंदा खेल के महारथ एटी मैनेजमेंट ने तत्काल झूठे आरोप को वापस लिया। साथ ही यह स्वीकार किया की दिनेश कुमार सिंह इस एपिसोड मे कही नही थे। एचआर हेड रविशंकर सिंह ने दिल्ली के एचआर डायरेक्टर से बात की और एडवोकेट द्वारा लगाए गए आरोप तत्काल वापस लिया
झूठ मे फंसी मैनेजमेंट ने मांग की कि सबके हिसाब देने के लिए दो सप्ताह का समय चाहिए। मेरी ओर से मेरे एडवोकेट ने कहा यह स्वीकार है मगर इसके समय की मांग स्वीकार नही होगी। इस तरह सुनवाई की अगली तारीख 3 अगस्त होगी।
(दिनेश कुमार सिंह)
पटना। एचटी ग्रुप मे मजीठिया वेज बोर्ड लागू नही करने के सवाल पर चल रही सुनवाई की चौथी तारीख पर भी मैनेजमेंट ने कोई कंपलायन्स उपलब्ध नही कराया। आज एचटी मैनेजमेंट ने मामले को अटकाने के लिए अपने एडवोकेट के जरिए नया और घिनौना खेल खेला। मैनेजमेंट के एडवोकेट आलोक सिन्हा सुनवाई के दो घंटा पहले डीएलसी कार्यालय मे एक पिटिशन दाखिल कराया जिसमे यह आरोप लगाया गया कि शिकायतकर्ता दिनेश कुमार सिंह ने 12 जुलाई को सुनवाई के दौरान उनको धमकाया । डीएलसी ने सुनवाई मे मौजूद एचटी के एचआर हेड से पूछा की आप उस दिन भी एडवोकेट के साथ आए थे ऐसी कोई बात तो यहां हुई नही । सुनवाई के प्रोसिडिंग पर एडवोकेट ने हस्ताक्षर किए और अगली तारीख और समय तय करने मे उनकी उपलब्धता का ख्याल रखा गया फिर यह गलत आरोप कैसे लगा सकते हैं। एचआर हेड ने कहा कि एडवोकेट से नीचे कुछ कहा सुनी हुई । जब एचआर हेड को यह मालूम हुआ कि जिस लिफ्ट मे मै दिनेश कुमार सिंह सुनवाई के बाद नीचे लिफ्ट मे उतर रहे थे वह नीचे तल्ले मे लगभग 40 मिनट तक फंसी रह गई थी। सिक्यूरिटीज ने काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाल पाया था जहां कमोवेश सारे आला अधिकारी मौजूद थे।
झूठी और गढ़ी हुई कथानक के आधार पर गंदा खेल के महारथ एटी मैनेजमेंट ने तत्काल झूठे आरोप को वापस लिया। साथ ही यह स्वीकार किया की दिनेश कुमार सिंह इस एपिसोड मे कही नही थे। एचआर हेड रविशंकर सिंह ने दिल्ली के एचआर डायरेक्टर से बात की और एडवोकेट द्वारा लगाए गए आरोप तत्काल वापस लिया
झूठ मे फंसी मैनेजमेंट ने मांग की कि सबके हिसाब देने के लिए दो सप्ताह का समय चाहिए। मेरी ओर से मेरे एडवोकेट ने कहा यह स्वीकार है मगर इसके समय की मांग स्वीकार नही होगी। इस तरह सुनवाई की अगली तारीख 3 अगस्त होगी।
(दिनेश कुमार सिंह)
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