साथियों, नोएडा से फिर एक और बड़ी खबर आ रही है। यहां के श्रम न्यायालय ने 21 जुलाई को मजीठिया के 24 मामले में कर्मियों के पक्ष में फैसला दिया है। ये राशि दो माह के भीतर देय तिथि से 7 प्रतिशत ब्याज के साथ देनी होगी। इन 24 कर्मियों की बकाया राशि 5,78,90,729 रुपये बनती है।
7 नवंबर 2022 को 57 कर्मियों के मजीठिया की रिकवरी केस हारने के बाद से जागरण प्रबंधन की हार का सिलसिला लगातार जारी है। इसी महीने की 13 तारीख को जागरण प्रकाशन लिमिटेड के नई दुनिया मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू लेबर कोर्ट ने धनंजय सिंह को मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिशों का अधिकारी मानते हुए उसके पक्ष में 10.38 लाख की राशि का अवार्ड पारित किया था, अदालत ने साथ ही 9 प्रतिशत ब्याज का आदेश भी दिया था। इस तरह जागरण के लिए इसी महीने में ये दूसरा झटका है। नोएडा लेबर कोर्ट के इस आदेश के बाद अब तक नोएडा के 118 और दिल्ली का एक मामला मिलाकर 119 कर्मियों के पक्ष में फैसला आ चुका है। अदालत से इन कर्मियों के पक्ष में 19 करोड़ से अधिक का अवार्ड पारित हो चुका है। जिस पर प्रबंधन को ब्याज भी देना होगा।
हर बार की तरह जागरण प्रबंधन ने इन मामलों को भी लंबा खींचने की कोशिश की, लेकिन कर्मचारियों के प्रतिनिधि राजुल गर्ग ने अदालत के समक्ष पक्ष रखते हुए उसकी इस कोशिश को भी नाकाम कर दिया।
अवार्ड की राशि निम्न अनुसार है....
1 मुरारी शरण 3609022
2 सुरेंद्र प्रताप सिंह 1770271
3 कृष्ण मोहन त्रिवेदी 2148230
4 ललित कुमार कम्बोज 2660389
5 राज कुमार उपाध्याय 1829995
6 सत्य प्रकाश मिश्रा 1812520
7 विकास चौधरी 1882836
8 राजेन्द्र कुमार जैन 2298160
9 ललित मोहन विष्ट 1695618
10 अरुण कुमार बरनवाल 2834470
11 आशुतोष कुमार 1700666
12 त्रिलोकी नाथ उपाध्याय 4092129
13 प्रेमपाल सिंह 3304652
14 प्रशांत कुमार गुप्ता 1878559
15 भूपेंद्र सिंह 2118775
16 अनिल कुमार तिवारी 1658869
17 भगवान दास तिवारी 1725227
18 पवन कुमार दुबे 1602969
19 प्रमोद कुमार शर्मा 2731408
20 अरुण शुक्ला 1766728
21 प्रदीप कुमार ठाकुर 2341633
22 नरेंद्र चांद 2895131
23 जगजीत राणा 2946497
24 योगिनी खन्ना 4585975
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